धर्म-अध्यात्म

Guru Pradosh Vrat पर अनजाने में भी न करें ये गलतियां

Tara Tandi
17 Nov 2024 7:51 AM GMT
Guru Pradosh Vrat पर अनजाने में भी न करें ये गलतियां
x
Guru Pradosh Vrat ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार पड़ता है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है
इस दिन भक्त शिव की विधिवत पूजा करते हैं और दिनभर उपवास आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से महादेव की कृपा बरसती है। नवंबर माह का पहला प्रदोष व्रत 13 नवंबर दिन बुधवार को किया जाएगा। तो आज हम आपको बता रहे हैं कि किन गलतियों से नाराज़ हो सकते हैं भगवान शिव, तो आइए जानते हैं।
प्रदोष व्रत पर न करें ये गलतियां—
आपको बता दें कि गुरु प्रदोष के दिन भूलकर भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए और झूठ नहीं बोलना चाहिए ऐसा करने से भोलेबाबा नाराज़ हो सकते हैं और व्यक्ति को कष्ट उठाना पड़ सकता है इस दिन किसी को अपशब्द नहीं कहना चाहिए न ही वाद विवाद करे। गुरु प्रदोष के दिन मांस मदिरा और लहसुन प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए ऐसा करने से पाप लगता है और जीवनभर आर्थिक संकट उठाना पड़ सकता है। प्रदोष व्रत के दिन घर आए गरीब को खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए बल्कि उसे कुछ न कुछ दान जरूर दें। ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होकर कृपा करते हैं।
गुरु प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 28 नवंबर को सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन 29 नवंबर को सुबह 8 बजकर 39 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में मार्गशीर्ष मास का प्रदोष व्रत 28 नवंबर दिन गुरुवार को किया जाएगा। गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण ही इसे गुरु प्रदोष के नाम से जाना जा रहा है। गुरु प्रदोष व्रत के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त यानी प्रदोष पूजा मुहूर्त शाम को 5 बजकर 24 मिनट से लेकर शाम को 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। ऐसे में भक्तों को पूजा पाठ के लिए 2 घंटे 2 4 मिनट का समय प्राप्त हो रहा है।
Next Story